पंपिंग कब और कैसे शुरू करें ?

0
607

This post is also available in: English (अंग्रेज़ी) हिन्दी বাংলা (बंगाली)

पिछले कुछ वर्षों में, गर्भवती माताओं को एहसास हुआ है कि ब्रेस्ट पंप ऐसा टूल हैं, जो उनकी ब्रेस्टफीडिंग यात्रा को आसान बना सकते हैं।

परिणामस्वरूप, यह अब मेरी प्रसवपूर्व कक्षाओं में सबसे अधिक पूछे जाने वाले प्रश्नों में से एक है –

“डॉक्टर – मैं कब पंपिंग शुरू कर सकती हूं?”।

मैं इस लेख में इस सवाल का जवाब दे रही हूं।

लेकिन उससे पहले मैं इस बात पर जोर देना चाहती हूं कि ‘माँगे जाने पैर दूध पिलाना’ बच्चों को स्तनपान (ब्रेस्टफीड)  कराने का सबसे अच्छा तरीका है।

माँ और बच्चे को एक ही कमरे में रहने और एक दूसरे के साथ त्वचा से त्वचा का संपर्क बनाते हुए बहुत समय बिताने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए, कम से कम पहले 3 महीनों में ताकि जब भी आपका  बच्चा भूखा हो तो माँ तुरंत  दूध पीला सके। यह सुनिश्चित करता है कि एक अच्छी ब्रेस्टमिल्क आपूर्ति स्थापित और निरंतर है। जब अलग- अलग कारणों से ऐसा संभव नहीं हो पता है तो – पंपिंग वास्तव में मदद कर सकती है।

ब्रेस्टमिल्क  को पंप करना कब शुरू करना चाहिए ?

  1. यदि आपका बच्चा स्वस्थ है और लैच करने में सक्षम है – पंपिंग शुरू करने से पहले कम से कम 6 सप्ताह प्रतीक्षा करें।
  2. यदि आपका बच्चा अस्वस्थ है और लैच नहीं कर पा रहा है – तो जन्म के 6 घंटे के भीतर पंप करना शुरू करें।

आपको कितनी बार ब्रेस्ट मिल्क पंप करना चाहिए?

  1. यदि आप सीधे दूध नहीं पीला रही हैं और अपने बच्चे को विशेष पम्पिंग द्वारा दूध पिला रही हैं – तो अपने बच्चे की भूख के पैटर्न का पालन करने के लिए हर दो घंटे में पंप करें।
  2. यदि आप ब्रेस्ट मिल्क की आपूर्ति बढ़ाने के लिए पंप कर रहे हैं – दूध पिलाने के बाद हर बार 10 मिनट के लिए पंप करें।
  3. यदि आप कभी-कभी दूध पिलाने  के लिए एक बोतल तैयार रखने के लिए पंप कर रहे हैं – तो सुबह 4 बजे से 7 बजे के बीच पंप करें।
  4. यदि आप काम पर वापस जाने से पहले एक स्टैश बनाने की कोशिश कर रहे हैं – तो फ़ीड के बीच पंप करें । अपनी ज्वाइनिंग डेट से 4 सप्ताह पहले शुरू करें।

पंपिंग कैसे शुरू की जाए।

  1. पहले सप्ताह में हैंड एक्सप्रेसिंग करना पंप करने की तुलना में अधिक प्रभावी होता है क्योंकि आप दूध नहीं बल्कि कोलोस्ट्रम का उत्पादन कर रहे हैं।
  2. शुरआत में, प्रवाह स्थापित करने के लिए दूध को निप्पल तक ले जाने हेतु पंप करते समयअपनी ब्रेस्ट को स्ट्रोक करने के लिए अपने हाथों का इस्तेमाल करें।
  3. सुनिश्चित करें कि आप अपने दूध के स्तन को पूरी तरह से निकाल दें। ब्रेस्ट में बचा हुआ दूध, और ज्यादा दूध बनने से रोकता है।
  4. फ्लैंज के आकार की जांच करें और एक अच्छा सक्शन सुनिश्चित करें।

पंपिंग से अच्छे परिणाम कैसे प्राप्त करें –

  1. दिन में एक से ज़्यादा बार पंप करें।
  2. पहले कुछ मिनटों में उच्च तीव्रता सक्शन का इस्तेमाल करें उसके बाद इसे कम करें। यह बच्चे के सक्शन की तरह काम करता है।
  3. लंबी अवधि 20 से 30 के लिए मिनट तक पंप करें
  4. पहली ब्रैस्ट सीधे दूध पिलाते समय दूसरी ब्रेस्ट पर पंप करें।
  5. आराम करके और अपने बच्चे के बारे में सोचते हुए कुछ मिनट निकालकर पंपिंग की तैयारी करें (यदि आप अपने बच्चे से दूर हैं)
  6. पम्पिंग द्वारा उत्पादित स्तनदूध की मात्रा की तुलना किसी विशेष आवश्यक फार्मूला दूध की मात्रा से करके तनावग्रस्त न हों। ब्रेस्टमिल्क की एक पूरी तरह से अलग संरचना है और इतनी बड़ी मात्रा में इसकी आवश्यकता नहीं है।

हमेशा याद रखें – पंपिंग ब्रेस्टमिल्क को ‘ख़त्म’ नहीं करती है। बल्कि इससे दूध का उत्पादन अधिक होता है।

धैर्य रखें, लगातार बने रहें और बिना घबराहट के पंप करें। आप जल्द ही इस तकनीक में महारत हासिल कर लेंगी और प्रत्येक सत्र में अधिक स्तनदूध (ब्रेस्टमिल्क) एकत्र करेंगी।

डॉ. देबमिता दत्ता एमबीबीएस, एमडी,

के द्वारा

डॉ देबमिता दत्ता एमबीबीएस, एमडी एक पेशेवर डॉक्टर हैं, एक पेरेंटिंग कंसल्टेंट (पालन-पोषण सलाहकार) और डब्ल्यूपीए whatparentsask.com की संस्थापक हैं। वह स्कूलों और कॉर्पोरेट संगठनों के लिए बच्चों के पालन-पोषण पर ऑनलाइन और ऑफलाइन वर्कशॉप आयोजित करती हैं। वह ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रसवपूर्व और शिशु देखभाल कक्षाएं भी आयोजित करती है। वह पालन-पोषण में एक प्रसिद्ध विचारक और खेल, सीखने और खाने की आदतों की विशेषज्ञ हैं। पेरेंटिंग (पालन-पोषण) पर उनकी किताबें जगरनॉट बुक्स द्वारा प्रकाशित की जाती हैं और उनकी सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली पुस्तकों में से हैं। पालन-पोषण के प्रति उनके सहानुभूतिपूर्ण और करुणामय दृष्टिकोण और पालन-पोषण के लिए शरीर क्रिया विज्ञान और मस्तिष्क विज्ञान के उनके अनुप्रयोग के लिए उन्हें अक्सर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशनों में उद्धृत किया जाता है।

This post is also available in: English (अंग्रेज़ी) हिन्दी বাংলা (बंगाली)

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here