गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में अच्छे  वसा(गुड फैट्स) को कैसे शामिल करें

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“मैं मोटी नहीं होना चाहती।”

जब मैं गर्भवती माँ के शुरुआती चरणों में उनसे परामर्श करती हूं, तो मैं अक्सर यही बात सुनती हूं।

यह कामना करने के बाद कि उनकी गर्भावस्था सुरक्षित हो और वे एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दें, गर्भवती माताओं की इच्छा होती है कि वे कभी मोटी  न हों।

अपनी इस इच्छा को पूरा करने के लिए, कई गर्भवती माताएँ कम वसा वाले या बिना वसा वाले आहार का सेवन करती हैं।

दुर्भाग्य से, यह बहुत असुरक्षित है।

गर्भावस्था के दौरान आपको अपने आहार में अच्छे वसा शामिल करने की ज़रूरत क्यों है?

  1. वसा आपके बच्चे के मस्तिष्क और आंखों के विकास में मदद करता है।
  2. प्लेसेंटा और अन्य टिश्यू को बढ़ने के लिए वसा की ज़रूरत होती है।
  3. विटामिन ए, डी, ई और के, वसा की उपस्थिति में आंत से अवशोषित होते हैं।
  4. प्रत्येक कोशिका(सेल) की कोशिका झिल्ली(सेल मेम्ब्रेन) वसा से बनी होती है।
  5. हार्मोन बनने  के लिए वसा की ज़रूरत होती है।
  6. इम्यून को काम करने, खून के थक्के जमने और कई बाकी प्रक्रियाओं के लिए वसा की ज़रूरत होती है।

गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में अच्छे वसा को कैसे शामिल करें

  1. घी –

हर बार खाने के साथ घी का सेवन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में करें।

घी को निम्नलिखित तरीकों से अपने आहार में शामिल करें –

  • खाना बनाने में
  • रोटियों पर या चावल पर
  • लड्डू में
  • हलवे में
  1. नारियल

रोजाना किसी न किसी रूप में नारियल का सेवन करें।

नारियल को  निम्नलिखित तरीकों से अपने आहार में शामिल करें –

  • नारियल पानी
  • नारियल का अंदर वाला भाग (मलाई)
  • नारियल के गूदे को टुकड़ों के रूप में, कद्दूकस करके और लड्डू बनाकर गार्निश या कद्दूकस करके इस्तेमाल करें
  • सूखे नारियल की चटनी
  • सब्जियों या चटनी के लिए नारियल का तेल
  • बीज –

बीजों में मौजूद अच्छे वसा को, निम्नलिखित तरीकों से अपने आहार में शामिल करें –

  • कोल्ड प्रेस्ड ऑयल के रूप में। उदाहरण के लिए – सरसों का तेल, तिल का तेल, मूंगफली का तेल, सूरजमुखी का तेल आदि।
  • मसाले के रूप में – जैसे सरसों, तिल, सौंफ
  1. नट्स (जैसे बादाम काजू) –

नट्स का सेवन निम्न प्रकार से करें-

  • स्नैक्स के रूप में
  • ग्रेवी बेस के रूप में – काजू एक लोकप्रिय ग्रेवी बेस है
  • केक, मफिन, लड्डू और हलवे में

गर्भावस्था के दौरान किस तरह के वसा खाने से बचना चाहिए?

  1. ट्रांस वसा(ट्रांस फैट्स)

ट्रांस वसा से परहेज करें। ट्रांस वसा मानव निर्मित वसा होते हैं जिन्हें रासायनिक रूप से संशोधित किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे लम्बे समय तक चलें।

इन वसाओं का इस्तेमाल सभी डिब्बाबंद और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में किया जाता है ताकि उन्हें एक लंबी शेल्फ लाइफ दी जा सके।

व्यावसायिक रूप से तैयार ज़्यादातर फ़ूड जैसे केक, पिज्जा आदि में भी ट्रांस वसा(ट्रांस फैट्स) का इस्तेमाल होता है।

ट्रांस वसा(ट्रांस फैट्स) से बचने का सबसे आसान तरीका है कि बाहर का खाना खाने से बचें और घर का बना खाना ही खाएँ ।

  • रिफाइंड वनस्पति तेल

वनस्पति तेल आमतौर पर बीज से निकला जाता है। हालाँकि, कोल्ड प्रेसिंग से तेल निकालने के बजाय, जो की एक भौतिक विधि है, रसायनों का इस्तेमाल करके तेल निकाला जाता है। इसके बाद तेल को और ज़्यादा रासायनिक प्रक्रियाओं से गुज़ारा जाता है ताकि इसकी दुर्गन्ध दूर की जा सके और इसे आकर्षक बनाया जा सके।

इतने सारे रसायनों का इस्तेमाल रिफाइंड वनस्पति तेल को खराब कर देता है।

वसा आपके बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए ज़रूरी है। ये आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी हैं। वसा के बारे में इधर उधर की ख़बरें सुनकर गुमराह न हों । वही खाएं जो आपके परिवार ने पीढ़ियों से खाया हो और सुनिश्चित करें कि वह प्राकृतिक और स्थानीय हो।

डॉ. देबमिता दत्ता एमबीबीएस, एमडी

द्वारा

डॉ देबमिता दत्ता एमबीबीएस, एमडी एक पेशेवर डॉक्टर, पेरेंटिंग कंसल्टेंट (पालन-पोषण सलाहकार) और डब्ल्यूपीए whatparentsask.com की संस्थापक हैं। वह स्कूलों और कॉर्पोरेट संगठनों के लिए बच्चों के पालन-पोषण पर ऑनलाइन और ऑफलाइन वर्कशॉप आयोजित करती हैं। वह ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रसवपूर्व और शिशु देखभाल कक्षाएं भी आयोजित करती है। वह पालन-पोषण में एक प्रसिद्ध विचार-नेता और खेल, सीखने और खाने की आदतों की विशेषज्ञ हैं। पेरेंटिंग पर उनकी किताबें जुगर्नॉट बुक्स द्वारा प्रकाशित की जाती हैं और उन्हें अक्सर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रकाशनों में उद्धृत किया जाता है। वह पालन-पोषण के प्रति अपने सहानुभूतिपूर्ण और करुणामय दृष्टिकोण और पालन-पोषण के लिए शरीर विज्ञान और मस्तिष्क विज्ञान के अपने अनुप्रयोग के लिए प्रसिद्ध हैं।

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