जामुन योग्हर्ट परफेट की रेसिपी

0
392

This post is also available in: English (अंग्रेज़ी) हिन्दी বাংলা (बंगाली)

हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे बच्चे अलग-अलग रंग के फल और सब्जियां खाएं।

ऐसा इसलिए है क्योंकि अलग-अलग रंग के फलों और सब्जियों में अलग-अलग पोषक तत्व होते हैं। और जब वे ऐसे सभी रंग मिलाकर खाते हैं, तो बच्चों को वे सभी पोषक तत्व मिलते हैं जिनकी उन्हें ज़रूरत होती है।

माता-पिता के लिए बच्चों को वे सभी पोषक तत्व खिलाना आसान बनाने के लिए जिनकी उन्हें ज़रूरत होती है – डॉक्टर अक्सर कहते हैं – “बस एक इंद्रधनुष खाएं”।

बच्चों को कौन से रंग के फल और सब्जियाँ खानी चाहिए?

अगर संभव हो तो बच्चों को रोज़ बैंगनी, इंडिगो (गहरा नीला), हरा, पीला, नारंगी, लाल और सफेद रंग की सब्जियाँ और फल खाने चाहिए।

इंडिगो और नीला

फलों में नीला रंग फाइटोन्यूट्रिएंट एंथोसायनिन के करण होता है जो डीएनए को बचता है।

अपने खाने में नीला रंग जोड़ने के लिए मैं जामुन योग्हर्ट परफेट की रेसिपी शेयर कर रही हूँ।

जामुन में एंथोसायनिन के अलावा रेस्वेराट्रोल भी होता है जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो हमारे शरीर के अंगों की उम्र बढ़ने से रोकता है।

सामग्री इस प्रकार है:

1/4 कप, प्यूरी किया हुआ जामुन

1 कप, गाढ़ा दही,

1 बड़ा चम्मच, पाउडर किए बादाम,

1 छोटा चम्मच, शहद

विधि:

1. जामुन को अच्छी तरह धोकर बीज निकाल लें, जामुन के गूदे को पीसकर प्यूरी बना लें।

  1. दही में शहद मिलाकर इसे एक तरफ रख दें।
  2. कांच के दो जार या गिलास लें और उसमें एक चम्मच जामुन की प्यूरी डालें, ताकि ये गिलास को नीचे से पूरा कवर कर ले।
  3. जामुन की प्यूरी में एक पूरा चम्मच दही डालें और गिलास को अपने हाथ पर हल्के से टैप करके गिलास को जमने के लिए रख दें।
  4. दही के ऊपर पिसे हुए बादाम डालें।
  5. इन चरणों को 3-5 बार दोहराएं जब तक आपका जार भर न जाए।
  6. इसे ठंडा या सामान्य तापमान पर परोसें।

ऊपर बताई रेसिपी की वीडियो के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें–

https://www.youtube.com/watch?v=xLpppnBQ8ps&list=PLSijh59RPVTJOsy9K-UsKK8zMeOEez2av&index=13

ध्यान दें –

अपने बच्चे को कुछ भी नया खाने के लिए देने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें। अपने बच्चे का दूध छुड़ाने के लिए पहले सभी सामग्रियों को बताए गए तरीके के अनुसार इस्तेमाल करें और अगर आपके बच्चे को इन सभी सामग्रियों से कोई तकलीफ नहीं होती है तो फिर इस रेसिपी को बनाकर उन्हें परोसें।

डॉ देबमिता दत्ता एमबीबीएस, एमडी

द्वारा

डॉ देबमिता दत्ता एमबीबीएस, एमडी डॉ देबमिता दत्ता एक प्रैक्टिसिंग डॉक्टर, एक पेरेंटिंग कंसल्टेंट और वेबसाइट डब्ल्यूपीए whatparentsask.com की संस्थापक हैं – वह बैंगलोर में रहती हैं और स्कूलों और कॉर्पोरेट संगठनों में पेरेंटिंग वर्कशॉप आयोजित करती हैं। वह गर्भवती माता-पिताओं के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रसवपूर्व कक्षाएं और हाल में बने माता-पिताओं के लिए शिशु देखभाल की कक्षाएं भी आयोजित करती हैं।

This post is also available in: English (अंग्रेज़ी) हिन्दी বাংলা (बंगाली)

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here