जानवरों के लिए प्यार: अपने बच्चे को जानवरों से प्यार करना कैसे सिखाएं।

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पिल्ला प्यार

बच्चे अपने आसपास की दुनिया को लेकर सबसे ज्यादा उत्सुक रहते हैं। वे पालतू जानवरों और जानवरों की तरफ खींचते चले जाते हैं। इसलिए एक माता-पिता के रूप में आपको अपने छोटे बच्चे और जानवर दोनों पर सतर्क नजर रखनी होगी। इसके अलावा यह वह उम्र है जब वे बात करने लगते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि जानवरों में अंतर कर सकें। यहां कुछ सरल विचार दिए गए हैं जो आपके बच्चे को जानवरों से प्यार करने में मदद करेंगे।

यहां कुछ सरल विचार दिए गए हैं जो आपके बच्चे को जानवरों के प्यार में पड़ने में मदद करेंगे।

  1. चिड़ियाघर की यात्रा

चिड़ियाघर के लिए एक यात्रा

बच्चों को चिड़ियाघर बहुत पसंद हैं। अपने बच्चे को सूरज की रोशनी से बचाने के लिए एक टोपी और प्रैम रखें और पुरे दिन भर के लिए चिड़ियाघर में पिकनिक मानाने के लिए निकल पड़ें। जैसे-जैसे आप एक जानवर से दूसरे जानवर की ओर बढ़ते हैं, अपने बच्चे को उनके बारे में बताएं। वह भले ही सभी नामों का उच्चारण न कर पाए लेकिन वह सारी जानकारी समझ लेगा।

  1. रेडी, पेट सेट, गो!

तैयार, पालतू सेट, जाओ!

आपके घर पर कोई पालतू जानवर है? या आप कुछ ऐसे दोस्तों या रिश्तेदारों को जानते हैं जिन्हें कुत्ते या बिल्ली पसंद हैं? अपने बच्चे को उनके यहाँ लिए ले जाएं और देखें कि वह इन पालतू जानवरों के साथ कैसे खेलना शुरू करता है। वयस्कों के मुकाबले, बच्चों को थोड़ा डर होता है। इसलिए उन्हें पालतू जानवरों के साथ खेलना बहुत आसान लगता है। इसके अलावा पालतू जानवर हमेशा बच्चों के बारे में सुरक्षात्मक महसूस करते हैं।

3. काऊबॉय और काऊ गर्ल

गाय लड़के और गाय लड़कियां

भारत में, जिसके भी सींग हैं उसे सड़क पर चलने की अनुमति दी जाती है; इसमें बकरी, गाय और भैंस शामिल हैं। अगली बार जब आप ड्राइव के लिए जाएं और इन प्राणियों की वज़ह से आपकी गाडी बीच में रुक जाए, तो नाराज़ न हों। बस इस मौके का फ़ायदा उठाकर अपने बच्चे को सींग और मवेशियों के बारें में कुछ बातें बताएं।

  1. पिक्चर बुक्स

चित्र पुस्तकें

कुछ पॉप-अप किताबें उठाएं और अगर आपका छोटा बच्चा थोड़ा सा बड़ा है, तो उसे पिक्चर बुक में जानवरों की तस्वीरों में रंग भरने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे न केवल उसकी क्रिएटिविटी उभर के आएगी, बल्कि ये यह भी सुनिश्चित करेगा कि आपका बच्चा जानवरों को उनके रंग से भी समझ पाएगा: तोते हरे रंग के होते हैं, मोर नीले रंग के होते हैं, हाथी ग्रे रंग के होते हैं, आदि। आप अपने बच्चे को ‘डॉट्स जोड़ कर’ और ‘लाइन मिलकर’ अलग-अलग जानवरों का आकार बनाने के लिए भी प्रोत्साहित कर सकते हैं। इस तरह के कई आकार ऑनलाइन उपलब्ध हैं। फ्लैश-कार्ड, गेम और जानवरों की वीडियो भी मददगार साबित हो सकती है।

5. जानवरों के प्रिंट भी इसमे मदद कर सकते हैं!

पशु प्रिंट एक गर्जन सफलता कर रहे हैं! 03

पशु प्रिंट एक गर्जन सफलता कर रहे हैं! 02

पशु प्रिंट एक गर्जन सफलता कर रहे हैं! 01

अपने बच्चों को जानकारों के प्रिंट वाले कपड़े पहनाएं। उसे उनसे प्यार हो जाएगा। आप जानवरों की थीम वाले वॉलपेपर भी उसके कमरे में लगा सकते हैं। और पुराने आइटम का इस्तेमाल कर बच्चों के लिए प्यारे दिखने वाले जानवर के खिलौने बनाना न भूलें।

  1. मेरे पास एक हिप्पो है!

मेरी प्लेट में एक हिप्पो है!

खाने के साथ क्रिएटिव बनें। हेल्दी वेजिटेबल पैटिस को छोटे जानवरों में बदल दें। या पेनकेक्स को मोटे हिप्पो में। इस तरह, आपके बच्चे के खाने का समय कुछ नया सीखने का समय बन जाएगा, जिससे उसे सोचने का मौका मिलेगा। यह और भी अच्छा विचार होगा अगर आपका बच्चा खाना खाते समय चिड़चिड़ाता है!

7. जानवर से जुड़े गाने गाओ

पशु गीत गाओ

बच्चे मजेदार कविताओं और गानों को सुनकर से अलग-अलग जानवरों की विशेषताओं के बारे में जान सकते हैं। चाहे वो ‘ओल्ड मैकडोनाल्ड हैड ए फार्म’ हो या ‘एली द एलीफेंट स्वेईंग हर ट्रंक’। असल में, जानवरों से जुड़ी नर्सरी कविताएं छोटे बच्चों के सबसे लोकप्रिय गानों में से हैं और इससे जानवरों की पहचान करने में काफी मदद मिलती है।

जब बच्चे जानवरों के साथ बातचीत करते हैं तो वे उनके बारे में बहुत जल्दी से सीखते और बढ़ते हैं। जानवर न केवल बच्चों को दोस्त और सहारा बनते हैं, बल्कि उनके भावनात्मक विकास में भी मदद करते हैं!

हमें यकीन है कि आपके पास भी जानवरों की कुछ कहानियां और अनुभव होंगे जो आपके बच्चे से जुड़े होंगे। हम आपसे सुनना पसंद करेंगे। अपनी कहानियों और अनुभवों को हमारे साथ शेयर करें!

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