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यह बहुत जरुरी है कि एक माँ अपने बच्चे के बढ़ाव और विकास के लिए पर्याप्त स्तन के दूध का उत्पादन करें।
स्तनपान कराने वाली मां की पोषण संबंधी जरूरतों को समझने के लिए यहां एक आसान गाइड है।
स्तनपान के लिए अधिक कैलोरी का सेवन करें
एक माँ को शुरु के 6 महीनों में रोज़ 500 से ज्यादा कैलोरी का सेवन करना पड़ता है, इसके बाद अगले 6 महीनों में रोज़ 400 से ज्यादा कैलोरी का सेवन करना पड़ता है। अब जुड़वां और तीन बच्चों के साथ, मांग और भी ज्यादा हो जाती है। और एक अच्छी तरह से संतुलित आहार, स्तनपान के दौरान माँ और बच्चे दोनों पर नकारात्मक प्रभाव से बचने में मदद करता है।
ध्यान दें कि शुरू में लगभग सभी बच्चे परेशान करते हैं और उन्हे गैस हो जाती हैं। इसका,माँ के खाने से कोइ संबंध नहीं होता है। साथ ही केवल 1% बच्चो को माँ के खाए जाने वाले भोजन से दाने या दस्त के रूप में कुछ एलर्जी होती है।
पोषण, जिसकी आपको जरुरत होगी
- अपर्याप्त प्रोटीन दूध में कैसिइन को कम कर सकता है, इसलिए पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन जरूरी है।
- कैल्शियम की जरुरत रोज़ 1200 से 1500 मिलीग्राम होती है क्योंकि माँ के दूध के से ही बच्चे में कैल्शियम जाता है। माँ में कैल्शियम की कमी के कारण बच्चे में भी कैल्शियम की कमी हो सकती है।
- विटामिन ए, सी, बी12 और बी6, थायमिन, आयोडीन, सेलेनियम, राइबोफ्लेविन आदि जैसे, अन्य पोषक तत्व मां से बच्चे में जाते हैं।
आपको क्या खाना चाहिए
अपनी डायट में ताजा भोजन शामिल करें। माँ के दूध में, उनके खाने का स्वाद होता है जिसे बच्चा हासिल कर लेता है। बच्चे को अलग अलग स्वादों के बारे में बताने से, बच्चे को अलग अलग प्रकार के भोजन पसंद आएंगे।
माँ के दूध की अच्छी आपूर्ति बनाए रखने के लिए माँ के आहार में निम्नलिखित को शामिल किया जाना चाहिए:
- 2 से 3 गिलास दूध, कोमल नारियल पानी, छाछ, लस्सी सहित भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ
- रोज सूप ले
- दाल और सब्जियों में जीरे का एक्स्ट्रा तड़का
- सलाद में अंकुरित मेथी डालें और भीगी हुई मेथी को दिन में एक या दो बार पानी के साथ ले
- भोजन के बाद, पान-ताम्बूल के पत्ते में सौंफ, कटा हुआ नारियल, अजवायन और थोड़ा सा गुड़ डालें।
- नियमित रूप से मूंग, मूंग दाल, खिचड़ी
- पंजीरी (गेहूं के आटे, चीनी, घी और ड्राई फ्रुट से बनी)
- डिंक लड्डू (डिंक/खाद्य गोंद, सूखा नारियल, गुड़, किशमिश, काजू, बादाम, खसखस, सूखे खजूर और घी से बने)
- मेथी लड्डू
- ज्वार, बाजरा और रागी की रोटी
- दिन में दो बार दूध में दो बड़े चम्मच सत्त्व्रेक्स ले
इसके अलावा, सुबह दलिया खाने से जई और घुलनशील फाइबर से ऊर्जा की धीमी गति से निकलने में मदद करता है, क्योंकि रात में भी स्तनपान कराना है।
ऐसी चीज़ें जिनसे आपको बचना हैं
सुनिश्चित करें कि शराब, सिगरेट और कैफीन को आपके डायट में ना हो। नकारात्मकता और तनाव को अपने जीवन का हिस्सा न बनने दें, डाइटिंग से बचें और अपने स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल ना करे।
सकारात्मक रहें
कुल मिलाकर, एक माँ केवल तभी स्तनपान करने में सक्षम होती है जब:
- वो सकारात्मक रहती है
- स्तनपान करना चाहती हैं।
- शुरूआती परेशानियो के बावजूद स्तनपान कराना जारी रखती है
- गर्भावस्था के दौरान अपने निपल्स की अच्छी तरह से देखभाल करती है
एक खुश, सकारात्मक, अच्छी तरह से खुराख लेकर माँ अपने बच्चे को सफलतापूर्वक स्तनपान कराती है।
डॉ. रीता शाह का ब्लॉग
डॉ. रीटा शाह एक लैक्टेशन विशेषज्ञ और एक योग्य लैमेज़ सलाहकार हैं, जिन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में ट्रेनिंग की है। वह गर्भवती माताओं के लिए एक फिटनेस कार्यक्रम ‘डॉ रीता शाह – नाइन मंथ्स: लैमेज़’ की निदेशक भी हैं।
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