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क्या आपका बच्चा बार-बार खाना मुँह से बाहर निकाल रहा है? क्या वह खाना देख कर चिड़चिड़ा हो रहा है/रही है और मुँह बना रहा/रही है। ये बच्चों में देखे जाने वाली गैस्ट्रोओसोफेगल या एसिड रिफ्लक्सजैसी तकलीफ की निशानी हो सकती है।
गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स तब होता है जब पेट में मौजूद एसिड खाने की नली में वापस चला जाता है।
हेल्दी बच्चों में अक्सर रिफ्लक्स होता है, और ये खाने के बाद दूध या घोल निकाल देते हैं। इससे आमतौर पर उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुँचता है, और ज़्यादातर बच्चे बिना इलाज के इससे ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ बच्चों में, रिफ्लक्स खतरानक बन जाता है। इसे “गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग” या जीईआरडी कहा जाता है।
क्या मेरे बच्चे को जीईआरडी होने का खतरा है?
कुछ बच्चो को जीईआरडी होने का खतरा ज़्यादा होता है, जैसे कि वो बच्चे जिनका जन्म समय से पहले हो जाता है या जिनके आसपास कोई सिगरेट पीता हो।
मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे बच्चे को एसिड रिफ्लक्स हो रहा है?
अगर आपका बच्चा बहुत ज़्यादा थूक निकालता है, लेकिन वैसे खुश और सेहतमंद लगता है, तो उसे शायद “अनकंप्लिकेटेड” रिफ्लक्स कहा जाता है। यह बहुत आम है। अपने बच्चे को बार-बार डकार दिलाना, और दूध पिलाने के बाद उसे सीधा और शांत रखने में मदद कर सकता है।
अगर आपके बच्चे को जीईआरडी है, तो इसके लक्षण हो सकते हैं- खाना न खाना, रोना और कमर का दर्द, थूकने पर दम घुटना, जबरदस्ती उल्टी करना और किसी कारण वजन न बढ़ना।
क्या मुझे मेरे बच्चे को डॉक्टर को दिखाना चाहिए?
अगर आपका शिशु बहुत ज़्यादा थूक निकालता है और उसमें ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण है, तो डॉक्टर से परामर्श करें। आगे की जाँच करने पर, डॉक्टर कुछ टेस्ट लिख सकते हैं जिससे पता चलेगा बच्चे के लक्षण एसिड रिफ्लक्स के कारण हैं या किसी और बीमारी के।
अनकंप्लिकेटेड रिफ्लक्स से आमतौर पर कोई दर्द नहीं होता है, और इसके लिए किसी खास उपचार की ज़रूरत भी नहीं होती है। अगर आपका बच्चा बहुत रोता है या उसे सोने में परेशानी हो रही है, तो उसका डॉक्टर ही यह तय करने में मदद कर सकते हैं कि यह सामान्य है या जीईआरडी या किसी और परेशानी के कारण है। सभी बच्चे कभी-कभी चिड़चिड़ा जाते हैं, और इसका मतलब यह नहीं है कि कुछ गलत है।
क्या मैं अपने बच्चे को अच्छा महसूस करने के लिए कुछ कर सकती हूं?
हाँ। अगर आपके बच्चे का एसिड रिफ्लक्स उसे परेशान कर रहा है, तो आप निम्नलिखित चीजें कर सकती हैं:
खाने के बाद बच्चे को सीधा रखें – बच्चे को दूध पिलाने के बाद उसे बैठने या लेटने की स्थिति में रखने के बजाय उसे आराम से अपने कंधे पर 20 से 30 मिनट तक रखे इससे बच्चे का थूक कम निकालेगा। साथ ही, जब आपके बच्चे का खाने का मन न हो तो उसे ज़बरदस्ती खिलाने की कोशिश न करें।
धूम्रपान बंद करें – अगर आप धूम्रपान करते हैं, या यदि आपके घर में कोई धूम्रपान करता है, तो इससे बच्चे का रिफ्लक्स और खराब होगा साथ ही इससे और भी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप अपने बच्चे को घर पर और घर के बाहर भी सिगरेट के धुएं से दूर रखें।
बिना-दूध और बिना-सोया वाला खाना– कुछ बच्चों को गाय के दूध या सोया से बने प्रोडक्ट्स को पचाने में परेशानी होती है। आपके बच्चे का डॉक्टर आपको बच्चे के खाने से दूध और सोया को हटाने का सुझाव दे सकता है। फिर देखें कि क्या कुछ हफ्तों के बाद आपके बच्चे के एसिड रिफ्लक्स में कोई सुधार होता है। अगर आपका बच्चा फार्मूला पीता है, तो मार्किट में ऐसे कुछ ख़ास ब्रांड हैं जिनमें गाय का दूध या सोया नहीं होता है। ज़्यादातर बच्चे जिन्हें दूध या सोया पचाने में दिक्कत होती है, उनकी ये परेशानी 1 साल की आयु तक और बढ़ा जाती है।
गाढ़ा आहार-दूध को गाढ़ा बनाने के लिए अपने बच्चे की बोतल में बेबी सीरियल मिलाने से एसिड रिफ्लक्स में आराम मिल सकता है। ओट्स सीरियल भी एक अच्छा विकल्प होता है। मार्किट में मोटे सीरियल भी मिलते हैं।
एसिड रिफ्लक्स ठीक कैसे होता है?
एसिड रिफ्लक्स होने वाले ज़्यादातर बच्चों को दवा की ज़रूरत नहीं होती है। साथ ही, दवाएं हमेशा रिफ्लक्स को ठीक नहीं करती हैं। लेकिन अगर आपने ऊपर दिए गए उपायों को आजमाया है, और आपके बच्चे को अभी भी रिफ्लक्स की परेशानी हो रही है, तो आपके बच्चे का डॉक्टर कुछ दवा लेने का सुझाव दे सकता है। एसिड रिफ्लक्स के मामले में वयस्कों के लिए बहुत सारी दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन उन सभी का इस्तेमाल बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं माना जा सकता है।
अगर आपके बच्चे का रिफ्लक्स ज़्यादा बढ़ गया है, तो उनके डॉक्टर कुछ दवाओं की सलाह दे सकते हैं जो पेट को एसिड बनाने से रोकते हैं। अपने बच्चे को एसिड रिफ्लक्स की कोई भी दवा देने से पहले अपने बच्चे के डॉक्टर से बात करें।
आपके बच्चे को जल्दी या बाद में इस परेशानी से छुटकारा मिल ही जाएगा। लेकिन इस मुश्किल समय में, ये उपाय आपके बच्चे की परेशानी को ज़रूर कम करेंगे और दूध पिलाने की प्रक्रिया को बेहतर बनाएंगे।
डॉ श्रेया शर्मा
द्वारा
डॉ श्रेया शर्मा बाल रोग विशेषज्ञ और बालचिकित्सा में एमडी हैं, वह वर्तमान में बाल रोग एंडोक्रिनोलॉजी, मुंबई में फैलोशिप करने के साथ बाल रोग विशेषज्ञ हैं।
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